Old Pension देशभर के लाखों सरकारी कर्मचारियों के बीच पुरानी पेंशन योजना (OPS) को लेकर आशा और उत्साह एक बार फिर चरम पर है। कर्मचारियों का मानना है कि रिटायरमेंट के बाद जीवन की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए, और OPS उन्हें आजीवन एक स्थिर मासिक आय की गारंटी देती है।
पिछले कुछ महीनों में कई राज्य सरकारों ने OPS को वापस लागू करने पर गंभीरता से विचार किया है, जिससे यह उम्मीद बलवती हुई है कि वर्ष 2025 में केंद्र सरकार या राज्यों की तरफ से इस महत्वपूर्ण योजना पर कोई बड़ी और निर्णायक घोषणा हो सकती है।
आइए, इस विशेष लेख में OPS से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों, NPS से इसके मुख्य अंतरों, और आज के ताजा अपडेट को विस्तार से समझते हैं।
पुरानी पेंशन योजना इतनी चर्चा में क्यों है? Old Pension
ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) 2025 के केंद्र में रहने का मुख्य कारण इसकी सुरक्षा और निश्चितता है। कर्मचारी संगठनों का तर्क स्पष्ट है:
- नई पेंशन योजना (NPS): रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन की राशि बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करती है और इसमें किसी निश्चित आय की गारंटी नहीं होती। यह कर्मचारियों को एक जोखिम भरी स्थिति में छोड़ देती है।
- पुरानी पेंशन योजना (OPS): इसके विपरीत, OPS कर्मचारियों को उनके अंतिम वेतन के आधार पर पूरे जीवन भर एक निश्चित और सुरक्षित आय की गारंटी देती है। यह रिटायरमेंट के बाद सम्मानजनक जीवन जीने के लिए आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
यही वजह है कि लाखों कर्मचारी पुरानी पेंशन प्रणाली को वापस लाने की पुरजोर मांग कर रहे हैं। 8वें वेतन आयोग के संदर्भ शर्तों (ToR) में भी OPS बहाली की मांग को शामिल करने के लिए कर्मचारी संगठन प्रधानमंत्री को पत्र लिख चुके हैं।
OPS और NPS: मुख्य अंतरों का तुलनात्मक विश्लेषण
पुरानी पेंशन योजना और नई पेंशन योजना के बीच के मौलिक अंतर को समझना हर कर्मचारी के लिए आवश्यक है:
| विशेषता | पुरानी पेंशन योजना (OPS) | नई पेंशन योजना (NPS) |
| आय की गारंटी | आजीवन निश्चित मासिक पेंशन की गारंटी (अंतिम वेतन का 50%)। | पेंशन की राशि पूरी तरह से बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करती है। |
| महंगाई भत्ता (DA) | पेंशन में महंगाई भत्ता (DA) जोड़ा जाता है, जिससे आय समय के साथ बढ़ती है। | महंगाई भत्ते का लाभ निश्चित नहीं होता है। |
| वेतन से कटौती | कर्मचारी के वेतन से कोई कटौती नहीं की जाती है। | कर्मचारी के वेतन का 10% हिस्सा (लगभग) काटा जाता है। |
| सुरक्षा | फिक्स्ड लाभ और उच्चतम सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित। | बाजार जोखिम के कारण सुरक्षा तुलनात्मक रूप से कम। |
किसे मिलेगा सबसे बड़ा फायदा?
यदि ओल्ड पेंशन स्कीम 2025 में बहाल होती है, तो इसका सीधा और सबसे बड़ा लाभ उन कर्मचारियों को मिलेगा जिनकी नियुक्ति 1 जनवरी 2004 या उसके बाद हुई थी और जो वर्तमान में NPS में शामिल हैं।
हालांकि, अब कर्मचारी संगठन यह मांग कर रहे हैं कि सभी कर्मचारियों को OPS या NPS में से किसी एक को चुनने का विकल्प (Opt-in Option) दिया जाए।
चूँकि कुछ राज्यों ने OPS को पहले ही लागू कर दिया है, इसलिए केंद्र सरकार और अन्य राज्यों पर भी इसे लागू करने या कोई मध्य मार्ग (Hybrid Model) निकालने का दबाव लगातार बढ़ रहा है।
वर्ष 2025 में संभावित बड़े बदलाव
कर्मचारी संगठनों और आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, वर्ष 2025 में पुरानी पेंशन योजना को लेकर निम्नलिखित महत्वपूर्ण गाइडलाइन या बदलाव सामने आ सकते हैं:
- विकल्प चुनने की सुविधा: कर्मचारियों को OPS या NPS में से किसी एक को चुनने का एकमुश्त विकल्प मिल सकता है।
- लाभों में वृद्धि: रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले लाभ (बेनिफिट्स) को बढ़ाया जा सकता है, जैसे कि न्यूनतम पेंशन की गारंटी (जैसा कि कुछ यूनिफाइड पेंशन स्कीम में प्रस्तावित है)।
- डीए (DA) लिंक्ड पेंशन: डीए-लिंक्ड पेंशन सिस्टम को फिर से लागू किया जा सकता है, जिससे पेंशन महंगाई के साथ बढ़ती रहे।
- प्राथमिकता: विशेष कैटेगरी के कर्मचारियों (जैसे कि सुरक्षा सेवाओं में कार्यरत) को प्राथमिकता के आधार पर OPS का लाभ दिया जा सकता है।
यह स्पष्ट है कि OPS की मांग एक न्यायसंगत और भावनात्मक मुद्दा बन चुकी है, और 2025 का वर्ष लाखों सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आ सकता है।








